Director's Desk
Assalamu Alaikum Wa Rahmtullah,
Every generation has fundamental right to achieve education according to their needs
and
times, but to guide for the proper way of education is responsibility of their
parents &
elders, that's why this kind of education is needed which can give success for
growing
generation.
Only a true & right education system can give intellectual, physical, religious,
spiritual and social success to us.
Having kept it in mind we have established the foundation of "Noori International
School" by the hand of Baba-e-Qaum-o-millat Hazrat Mufti Ashfaque Hussain
Naeemi
Rahmatullahi Alaihi and Atae-Huzoor-mufti-e-aazam-e-Hind, Hazrat Maulana Muhammad
Shakir
Ali Noori Sahib (Ameer Sunni Dawate Islami). So that the pupils can absorb modern
education with "Islamic Environment". So they can keep pace with modern world on the
basis of "Iman & Aqeedah" by building up his "Character and Deeds".
Alhamdulillah "Noori International School" has been founded in which the
splendid
environment is provided, So that the pupils can perform a noble role in our country
and
society, so they can spend a successful life in "Duniya & Aakhirah". This is
the
reason
that Allah (سبحانه و تعالى) grant us success in our beginning time and people had
liked this school. The students have coming up with a glory that is the success
record
of this school.
We are greatful to those people who have supported us in all the ways to come up
this
school, we hope that we will get same support in future also by Jodhpur city. Insha
Allah
अस्सलामुअलैकुम व रहमतुल्लाह,
हर पीढ़ी को अपनी जरूरियात व ज़माने के मुताबिक़ इल्म हसिल करने का बुनियादी हक़ है लेकिन तालीम
का
सही रास्ता बताना उनके वालदैन और बड़ों की ज़िम्मेदारी होती है । इसलिए ऐसी तालीम ज़रूरी है जो
आने
वाली पीढ़ी को दुनिया व आख़िरत में कामयाब कर सके ।
एक सच्चा व सही तालीमी निज़ाम ही हमें ज़हनी (बौद्धिक), जिस्मानी (शारीरिक), मज़हबी (धार्मिक),
रूहानी (आध्यात्मिक) व मुआशरती (सामाजिक) तरक्क़ी दे सकता है ।
इसी को ध्यान में रखते हुए “नूरी इंटरनेशनल स्कूल” की बुनियाद बाबा-ए-क़ौमो मिल्लत,
हज़रत
मुफ्ती अशफाक़ हुसैन नईमी रहमतुल्लाहि अलैहि व अताए-हुज़ूर-मुफ्ती-ए-आज़मे हिन्द, हज़रत अल्लामा
मौलाना मुहम्मद शाकिर साहब नूरी (अमीरे सुन्नी दावते इस्लामी) के मुबारक हाथों से रखी गई है
ताकि बच्चा जदीद तालीम को इस्लामी माहौल में हासिल करे । जिससे वो “ईमानो अक़ाइद” की बुनियाद
पर
अपने “अख़्लाक़ो आमाल” की तामीर करते हुए ज़माने के क़दम से क़दम मिला सके ।
अल्हम्दुलिल्लाह! “नूरी इंटरनेशनल स्कूल” के आगाज़ से ही यहाँ ऐसा माहौल मुहैया कराया
गया
जिससे
बच्चा मुल्क व मुआशरे में आला मुक़ाम हासिल करे और दुनिया व आख़िरत में एक कामयाब ज़िन्दगी बसर
कर
सके । यही वजह है कि अल्लाह (سبحانه و تعالى) ने हमें शुरूआती अर्से में ही कामयाबी अता
फरमाई
और ये स्कूल शहर के लोगों का पसंदीदा स्कूल बन गया और मुसाबक़त (प्रतिस्पर्धा) के इस दौर में
भी
“नूरी इंटरनेशनल स्कूल” में हर साल बच्चों का रिकॉर्ड दाख़िला हो रहा है ।
हम शुक्रगुज़ार हैं उन तमाम हज़रात के जिन्होंने इस सफ़र में हमारा साथ दिया । हमें उम्मीद है
कि
इंशाअल्लाह आगे भी शहर जोधपुर का साथ हमें इसी तरह से मिलता रहेगा ।
वस्सलाम
MUHAMMED SIRAJ NOORI
B.A., M.A. (Urdu & Islamic Studies), M.B.A., B.Ed.